मुंबई ९२ - माफी की दास्तान
दिसंबर 1992 में जब सांप्रदायिक दंगे हुए तो मुंबई में कई लोगों के जीवन नष्ट हुए | ऐसी परिस्थिति में उन लोगों को क्षमा कर पाना बहुत मुश्किल होता है जिन्होने आपको नुकसान पहुंचाई हो या आप पर हिंसा किया हो | लेकिन यंहा एक भाई हैं जो उन लोगो को क्षमा कर पाएं हैं; और आज अपनी अनुभव को हमारे बीच शेयर कर रहे हैं |